समाधान भारत:- पहलगाम हमले के बाद सीमाओं पर बढ़े तनाव का असर अब हिमाचल प्रदेश के पर्यटन उद्योग पर साफ दिखाई देने लगा है। समर टूरिस्ट सीजन की शुरुआत के बावजूद राज्य में सैलानियों की संख्या में कमी आई है। लगातार दूसरे वीकेंड पर होटलों और रिज़ॉर्ट्स में बुकिंग उम्मीद से काफी कम रही है। शिमला, कुफरी, नारकंडा, धर्मशाला, कसौली और चायल जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर अपेक्षाकृत कम पर्यटक पहुंच रहे हैं। आमतौर पर गर्मियों में उत्तर और दक्षिण भारत से बड़ी संख्या में लोग गर्मी से राहत पाने के लिए हिमाचल का रुख करते हैं, लेकिन इस बार दक्षिण भारत से आने वाले सैलानियों की संख्या में भी गिरावट देखी जा रही है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि मौजूदा हालातों को देखते हुए आने वाले दिनों में भी ज्यादा सुधार की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
पहलगाम हमले के बाद सीमावर्ती इलाकों में बढ़े तनाव का असर अब हिमाचल प्रदेश के पर्यटन पर भी दिखने लगा है। गर्मियों का टूरिस्ट सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन लगातार दूसरे वीकेंड पर भी पर्यटकों की बुकिंग में गिरावट दर्ज की गई है। शिमला, कुफरी, नारकंडा, धर्मशाला, कसौली और चायल जैसे लोकप्रिय हिल स्टेशन इस बार अपेक्षित भीड़ से खाली नजर आ रहे हैं। जहां हर साल उत्तर भारत के अलावा दक्षिण भारत से बड़ी संख्या में सैलानी गर्मी से राहत पाने u लिए हिमाचल का रुख करते थे, वहीं इस बार पर्यटकों की आमद कुछ चुनिंदा राज्यों तक ही सीमित रह गई है। स्थानीय पर्यटन कारोबारियों की मानें तो स्थिति अगर ऐसी ही रही तो समर सीजन पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं।